MCU Multiverse की अद्भुत यात्रा 🌌: हर Phase की सीक्रेट कहानी

MCU Multiverse की अद्भुत यात्रा 🌌: हर Phase की सीक्रेट कहानी

मार्वल सिनेमैटिक यूनिवर्स (MCU) दर्शकों को कई कहानियों के रोमांचक सफ़र पर ले गया है। अब, यह सब मल्टीवर्स की अवधारणा से जुड़ता है। यह पोस्ट MCU के मल्टीवर्स की पूरी कहानी, हर चरण कैसे एक-दूसरे से जुड़ता है और यह क्यों मायने रखता है, समझाएगी। इस विशाल ब्रह्मांड में अलग-अलग दुनियाएँ, नायक और समयरेखाएँ कैसे एक साथ आती हैं, यह समझने के लिए तैयार हो जाइए।

परिचय: MCU Multiverse की अद्भुत यात्रा 🌌: हर Phase की सीक्रेट कहानी  

MCU की बात करें तो शुरू में सब काफी सीधा था छह इन्फिनिटी स्टोन्स की खोज, थैनोस, और सबकी फेवरेट टीम-अप्स। लेकिन अब? भाई, मामला मल्टीवर्स तक पहुंच गया है! अनगिनत टाइमलाइन, नए-नए वेरिएंट्स क्या ही कहें! MCU के हर फेज़ ने धीरे-धीरे इस मल्टीवर्स कॉन्सेप्ट को और दिलचस्प और बड़ा बना दिया। अब तो लगता है जैसे हर मोड़ पर कोई नया ट्विस्ट इंतजार कर रहा है। इस ब्लॉग में हम यही देखेंगे कि MCU की हर स्टेज ने इस मल्टीवर्स वाली दुनिया को कैसे खोल दिया और फैंस के लिए कितनी नई संभावनाएं खड़ी कर दीं।

चरण 1: नींव की स्थापना (2008–2012) 

सुपरहीरोज़ की टोली, MCU का पहला फेज सच कहूँ तो, यहीं से असली मज़ा शुरू हुआ था! आप सोचो, पहले सुपरहीरो अलग-अलग फिल्मों में थे, पर MCU ने इन सबको एक ही छत के नीचे ला दिया।

  • आयरन मैन — भाई, टोनी स्टार्क की एंट्री ने तो गेम ही बदल दिया। उसकी स्मार्टनेस, एटीट्यूड, और वो दमदार सूट सुपरहीरो सिर्फ केप पहनने वाले बंदे नहीं रह गए। साथ ही, आयरन मैन ने ये भी दिखाया कि हर कहानी जुड़ी हुई है, एक बड़े प्लान का हिस्सा।
  • थॉर और हल्क — अब ये दोनों आते हैं और MCU को सीधा ब्रह्मांड के लेवल पर ले जाते हैं। थॉर के साथ ऐसगॉर्ड, एलियंस, और जादू जैसी चीज़ें भी कहानी में घुस जाती हैं। वहीं हल्क की पावर तो सब जानते हैं वो जब गुस्से में आता है तो सब धुंआ-धुंआ कर देता है! इन दोनों ने MCU को नया डायमेंशन दे दिया, सिर्फ धरती की कहानी से आगे बढ़ाकर।
छुपे हुए इशारे

अब हर फिल्म के आख़िर में निक फ्यूरी का प्रकट होना भाई, ये तो MCU की ट्रेडमार्क चीज़ हो गई थी। S.H.I.E.L.D. का नाम सुनते ही समझ आ जाता था कि कुछ बड़ा पक रहा है। ये छोटे-छोटे पोस्ट-क्रेडिट सीन असल में फैंस को ये बताने के लिए थे कि ये सारे सुपरहीरो एक ही कहानी के हिस्से हैं, और आगे चलकर इनकी दुनिया में कुछ तगड़ा होने वाला है।

असल में, MCU ने शुरू से ही इशारे दे दिए थे कि आगे जाकर शक्तिशाली चीज़ें, अलग-अलग ब्रह्मांड और सुपरहीरोज़ टकराएँगे और यही तो मज़ा है! MCU ने दर्शकों को धीरे-धीरे उस बड़े यूनिवर्स की झलक दिखाना शुरू किया, जिसमें सबकुछ जुड़ा हुआ है। Honestly, इसी वजह से लोग हर फिल्म के बाद क्रेडिट्स के दौरान भी सीट छोड़कर नहीं जाते थे!

चरण 2: मिथक की गहराई (2013–2015)  

खतरा, रहस्य, और MCU का जंजाल अब और गहरा

  • कैप्टन अमेरिका: द विंटर सोल्जर—यहाँ हाइड्रा की छुपी हुई ताकतें दिखीं, जैसे कोई शतरंज की बाज़ी चल रही हो, जिसमें हर मोहरा अपनी जगह पे सेट है। सीधा-सीधा बताऊँ तो, MCU ने पहली बार ये दिखाया कि दुश्मन सिर्फ बाहर नहीं, अपने ही बीच छुपा बैठा है। ये पूरा “हिडन एजेंडा” वाला एंगल, भाई, थ्रिल का लेवल बढ़ा देता है! कौन अपना, कौन पराया सब गड़बड़।
  • गार्डियंस ऑफ द गैलेक्सी—यहाँ से MCU अचानक स्पेस की तरफ निकल गया। ब्रह्मांड की राजनीति? हाँ, अब हल्के में मत लो! पावर स्टोन की तबाही ने बता दिया कि ये सिर्फ पृथ्वी की लड़ाई नहीं रही। अब तो पूरा यूनिवर्स इनकी जंग का मैदान है। और वो अजीबो-गरीब कैरेक्टर्स—रॉकेट, ग्रूट, स्टार-लॉर्ड हर कोई अपने-अपने अंदाज़ में गैलेक्सी को हिलाने आ गया।
  • एंट-मैन—अब Quantum Realm की बात आई तो जैसे MCU ने माइक्रो-लेवल पे जाकर मैक्रो-लेवल के गेम शुरू कर दिए। टाइमलाइन मैनिपुलेशन? भाई, ये तो एकदम गेम-चेंजर है। क्वांटम वर्ल्ड ने साबित कर दिया कि MCU के साइंस फिक्शन में अब कोई लिमिट नहीं। जितना सोचो, उससे ज़्यादा गहरा।
धरती से लेकर गैलेक्सी के छोर, और उसके भी आगे

अब MCU सिर्फ धरती की जासूसी, एजेंट्स, और सुपर-सोल्जर्स तक सीमित नहीं रहा। अब तो स्पेस शिप्स, एलियंस, मल्टीवर्स, और टाइम के साथ खिलवाड़ सबका तड़का लग चुका है। Honestly, इस फेज़ ने MCU में वो “कुछ भी हो सकता है” वाली फीलिंग डाल दी। हर फिल्म के बाद दिमाग में एक ही सवाल अब आगे क्या पंगा होगा? Multiverse, hidden agendas, cosmic chaos—हर ओर से रहस्य और खतरे की बौछार!

मतलब, अब MCU देखने का मतलब है हर पल नई दुनिया, नया ट्विस्ट, और सरप्राइजेस की बारिश। Let’s be real, ये सफर अब सीधा नहीं रहा, ये अब एक रोलर कोस्टर है जिसमें सीट बेल्ट बांधना भी कम पड़ सकता है!

चरण 3: चरमोत्कर्ष और क्वांटम यांत्रिकी (2016–2019) 

इन्फिनिटी सागा का पागलपन—अब हर चीज़ possible!

  • डॉक्टर स्ट्रेंज—Seriously, पहली बार देखी थी तो लगा, ये मार्वल वाले कोई नया नशा ले आए हैं क्या? जादू-टोना, उलटी-पलटी बिल्डिंग्स, और वो आयाम ऐसा लग रहा था जैसे किसी ने गूगल मैप्स को घुमा-घुमाकर psychedelic बना दिया हो। सबसे बड़ी बात, रियलिटी भी change हो सकती है? यार, अगर लाइफ में गलती हो जाए तो बस एक स्पेल मारो और सब सेट! काश, रियल लाइफ में भी ऐसा होता।
  • एवेंजर्स: इन्फिनिटी वार—यहाँ तो गेम पूरी तरह बदल गया। क्वांटम रियल्म को playground बना दिया, जैसे बच्चे पार्क में खेलते हैं वैसे ही सुपरहीरो microscopic level पे भिड़ रहे थे। थानोस की तलाश में सबने साइज़ छोटा कर लिया कितना meta है ये? Honestly, Ant-Man का रोल देखकर लगा कि छोटे पैकेट में बड़ा धमाका सिर्फ कहावत नहीं है!
  • एवेंजर्स: एंडगेम—“टाइम हाइस्ट” ने तो कहानी को literally उल्टा-पुल्टा कर दिया। टाइमलाइन की इतनी धज्जियाँ उड़ाईं कि खुद टाइम ट्रैवल भी परेशान हो जाए। अतीत, वर्तमान, भविष्य तीनों का गजब का मिक्सअप। हर किरदार को अपनी लाइफ rewind करने का मौका मिला। Imagine करो, अगर तुम्हें भी ऐसा मौका मिले क्या-क्या बदलना चाहोगे?

अब बात करते हैं मल्टीवर्स की मतलब, अब MCU में कोई भी कुछ भी कर सकता है! टाइमलाइन तोड़ दी, रियलिटी का लचका बना दिया, multiverse की possibilities खोल दी। अब शायद कल को कोई बोलेगा Iron Man वापस आ गया या Spider-Man 10 अलग-अलग वर्ज़न में घूम रहा है, तो भी कोई हैरान नहीं होगा। Honestly, अब MCU के लिए कुछ भी नामुमकिन नहीं बस popcorn लेके बैठो, जो भी next आएगा, शो mast होने वाला है!

चरण 4: मल्टीवर्स के द्वार खुलना (2021–2022)

मल्टीवर्स सागा की असली धमाचौकड़ी

  • वांडा विजन – चलो, सीधी बात: वांडा ने डार्कहोल्ड नाम की खतरनाक किताब हाथ में ली, और बस, सब गड़बड़ शुरू। उसकी मल्टीवर्स वाली ताकतें धीरे-धीरे सामने आईं एक मां अपनी खोई हुई फैमिली के लिए कुछ भी कर सकती है, भले ही उसकी वजह से रियलिटी ही क्यों न बदल जाए। सच कहूं, वांडा जितनी पावरफुल है, MCU में वैसे किरदार उंगलियों पर गिने जा सकते हैं। उसके फैसलों ने मल्टीवर्स को सीरियसली हिला दिया मतलब, अगर वांडा का मूड खराब हो, तो कौन जाने कौन सी दुनिया अस्त-व्यस्त हो जाए!
  • लोकी – अरे, ये तो MCU का सबसे बड़ा सिरफिरा है! TVA में पहुंचते ही टाइमलाइन को ऐसे चटकाया जैसे पुरानी बटन। “सेक्रेड टाइमलाइन” को तोड़कर अनगिनत ब्रांचेस बना डालीं। अब हर ब्रांच में नए-नए लोकी, नए विलन, नई मुसीबतें! यानी, MCU को एकदम पागलपंती की हद तक एक्सपैंड कर दिया। टाइम ट्रैवल? मल्टीवर्स? लोकी हो तो सब मुमकिन है, भाई!
  • व्हाट इफ…? – ये शो तो ‘क्या होता अगर’ वाले सवालों को एकदम लेवल-अप कर गया। एक छोटा सा ट्विस्ट बस, पूरी MCU की कहानी पलट! कैप्टन कार्टर, ज़ॉम्बी एवेंजर्स, उल्टा-पुल्टा सब। यार, इतनी सारी वैकल्पिक कहानियां कि हर फैन की थ्योरी को स्क्रीन पर देख सकते हो। ये शो सीधा ये बताता है कि MCU की दुनिया में कुछ भी नामुमकिन नहीं।
  • स्पाइडर-मैन: नो वे होम – हां, ये तो रियल फैन सर्विस था! तीनों स्पाइडी टोबी, एंड्रयू, टॉम एक साथ? भाई, ऐसा लग रहा था जैसे बचपन, टीनएज और आज सब एक फ्रेम में आ गए। और मज़े की बात, MCU के बाहर की फिल्में भी अब इसी मल्टीवर्स फंडे में घुस चुकी हैं। ‘नो वे होम’ ने तो मल्टीवर्स को फुल ऑन फेस्टिवल बना दिया।

मल्टीवर्स का कोई ठिकाना नहीं

इन सब प्रोजेक्ट्स ने मिलकर MCU को एक ऐसी जगह बना दिया है जहां हर डिसीजन, हर गलती, हर एक्सपेरिमेंट एक पूरी नई दुनिया की शुरुआत करता है। सोचो, हर बार जब कोई हीरो या विलन कुछ अलग करता है, तो नए-नए रियलिटी बनती रहती है। अब मार्वल का स्कोप इतना फैल गया है कि कहानियों का कोई अंत ही नहीं बस नई संभावनाएं, नए ट्विस्ट, और ढेर सारी फैन थ्योरीज़। MCU में अब कुछ भी हो सकता है मल्टीवर्स की दुनिया में “इम्पॉसिबल” नाम की कोई चीज नहीं! Honestly, अब तो बस popcorn लेकर बैठो और देखो, आगे क्या धमाका होता है।

चरण 5: मल्टीवर्स संघर्ष और परिणाम (2023–2025)

मल्टीवर्स की गड़बड़ कैसे शुरू हुई?

  • देखो, एंट-मैन एंड द वास्प: क्वांटुमानिया में जब कांग के अलग-अलग वर्ज़न और इन इंकरूज़न की बातें आईं मतलब, एक नहीं, कई कांग! और वो भी ब्रह्मांडों को ऐसे टकराते हुए जैसे कोई बॉलिंग गेम चल रहा हो। MCU ने यहीं से अपना गेम बदल दिया था। अब हर किसी के मन में यही सवाल कल कौन सा नया वर्ज़न कूद पड़ेगा? कांग का नाम सुनते ही हीरोज़ की नींद उड़ गई।
  • आगे बढ़े तो सीक्रेट इनवेज़न में स्क्रुल्स का कमाल था। भाई, यहां तो शक्लें बदलने वाले एलियंस ने ऐसी घुसपैठ मचाई, असली कौन है, डुप्लीकेट कौन, खुद फ्यूरी भी कभी-कभी कन्फ्यूज हो जाता होगा! डोपेलगैंगर्स ने तो मल्टीवर्स का दरवाज़ा ही खोल दिया। सोचो, एक हीरो कई वर्ज़न, और हर वर्ज़न के अपने झमेले। ये असल में MCU का नया “व्हो डन इट” बन गया।
  • फिर आते हैं गार्डियंस ऑफ द गैलेक्सी वॉल्यूम 3 और द मार्वल्स के धमाके पर। यहां तो सीधा आकाशगंगा के पार जाकर, टीमअप्स और क्रॉसओवर का तड़का लगा दिया गया। MCU अब सिर्फ धरती तक सीमित नहीं, पूरा ब्रह्मांड, मल्टीवर्स जो चाहो, वो हो सकता है! मतलब, आज थोर यहां है, कल पता चला किसी और यूनिवर्स में उसकी बहन उसकी दुश्मन बन गई।

कहानी की जुगलबंदी

मार्वल के राइटर्स का क्या कहना इनकी प्लानिंग देखो! हर फिल्म, हर सीरीज को ऐसे जोड़ते हैं कि दर्शक को लगे, यार ये तो सब पहले से ही सोचा हुआ था। मल्टीवर्स की इतनी उलझन के बावजूद, कहानी मजेदार भी रहती है और हर बार कुछ नया मिल जाता है। एक फिल्म में कोई हिंट, दूसरी में उसका जवाब जैसे कोई पज़ल सुलझा रहे हो। यही वजह है कि फैंस हर बार थ्योरी बनाते रहते हैं, Reddit पर डिस्कशन की बाढ़ आ जाती है। MCU की यही तो असली खासियत है हर कहानी एक-दूसरे से जुड़ी, फिर भी हमेशा कुछ नया, हमेशा कुछ धमाकेदार!

चरण 6: सीक्रेट वॉर्स की ओर (2025–2027)

महाकाव्य का फिनाले अब असली मज़ा तो यहीं से शुरू होता है

  • फैंटास्टिक फोर की बात करें तो भाई, रीड रिचर्ड्स की पोर्टल टेक्नोलॉजी कोई मामूली चीज़ नहीं है। ये बंदा तो मल्टीवर्स की उन लेयर्स में झांक रहा है, जहाँ आम सुपरहीरो की सांस फूल जाए। और कांग की विरासत? मतलब, जितना खोदो उतना नया राज़ निकलता है। MCU वाले साफ बोल रहे हैं—रीड रिचर्ड्स है तो मल्टीवर्स के पेंच खुलेंगे ही खुलेंगे। अब सोचो, एक साइंटिस्ट बंदा और टाइम-ट्रैवलिंग विलेन की कहानियां जब मिलेंगी, तो ब्रह्मांड में कितना तमाशा मचेगा!
  • एवेंजर्स: द कांग डायनेस्टी में तो कांग के वेरिएंट्स पूरा घमासान मचाने वाले हैं। एक कांग से निपटना मुश्किल था, अब ये MCU वाले पूरी फौज ले आए! हर वेरिएंट का अपना स्टाइल, अपना एजेंडा, और सबके सब मेन विलेन बनने की होड़ में। एक सेकंड को सोचो, अगर हर वेरिएंट अपने टाइमलाइन से कुछ अलग प्लान लेकर आए तो? एवेंजर्स की हालत देखना मज़ेदार होगा टीम वर्क vs टाइम वर्क!
  • अब आते हैं एवेंजर्स: सीक्रेट वॉर्स पर। ये तो कॉमिक्स का महाआयाम है, भाई! इंकरूज़न्स का कॉन्सेप्ट—मतलब दो-दो ब्रह्मांड टकरा गए तो? रियलिटी का हाल वैसा हो जाएगा जैसे किसी ने मिक्सर में डाल दिया हो। एक तरफ पुराने सुपरहीरो, दूसरी तरफ नए, और बीच में मल्टीवर्स का कन्फ्यूजन। MCU अगर इस आर्क को सही से निभा ले गया, तो सारी फैन थ्योरीज़ पानी भरने लगेंगी। यहाँ हर कोई अपने ब्रह्मांड को बचाने में जुटा है कौन जीतेगा, किसका वजूद मिटेगा, कोई पता नहीं!
लंबा गेम, मास्टरप्लान वाला मामला

मार्वल स्टूडियोज़ की प्लानिंग देखो, पुराने सीन्स को नए किरदारों से ऐसे जोड़ रहे हैं जैसे कोई मेहराब में पत्थर फिट करता है। हर मूवी, हर शो कहीं न कहीं आगे की कहानी में काम आने वाली चीज़ें छोड़ जाता है। MCU ने मल्टीवर्स को सिर्फ फैंटेसी नहीं, बल्कि रियल गेम बना दिया है। अब लगता है, हर बार जब नई फिल्म या शो रिलीज़ होगा, तो पुरानी कहानी का कोई पेंच खुल ही जाएगा। एक तरह से MCU ने फैंस के लिए इनफिनिटी लूप तैयार कर दिया है हर बार कुछ नया, हर बार पुराने में से नया ट्विस्ट! MCU वाले बोरिंग तो छोड़ो, अब तो सरप्राइज़ देने में भी एक्सपर्ट हो गए हैं।

निष्कर्ष: MCU का मल्टीवर्स सफर

MCU अब ये नाम सुनते ही दिमाग में बस एक सुपरहीरो नहीं आता, बल्कि पूरा का पूरा ब्रह्मांड घूमने लगता है। सीरियसली, Marvel ने जितनी लेयरें जोड़ डाली हैं ना, टाइमलाइन, मल्टीवर्स, और वो सारे ‘क्या होता अगर’ वाले मोड़, अब तो समझ ही नहीं आता असली कहानी किसकी है। हर नया फेज़ मानो मल्टीवर्स की इमारत में एक और मंजिल जोड़ देता है। MCU ने इतनी जटिल और रोमांचक दुनिया रच दी है कि फैन लोग अगले बीस-तीस साल भी इससे बोर नहीं होंगे भले ही थानोस जैसी मुसीबत दोबारा आ जाए।

हर फिल्म, हर वेब सीरीज़ सब एक-एक धागा है इस पूरे Marvel वाले गलीचे में। MCU का मल्टीवर्स सफर ऐसा है जैसे कोई एपिक सीजन चल रहा हो, जिसमें कोई भी छोटा रोल भी आखिर में बहुत बड़ा ट्विस्ट ले आता है। और जो आने वाले फेज़ हैं, उनके बारे में सोचकर ही क्रेजी हो जाता है बंदा। कौन सा हीरो किस टाइमलाइन से टपक पड़ेगा, कौन विलाेन किन ब्रह्मांडों में तबाही मचाएगा कुछ भी हो सकता है। MCU की यही तो असली खूबी है हर बार कुछ ऐसा दिखाते हैं, जो दिमाग हिला देता है।

आने वाला टाइम तो और भी जबरदस्त होने वाला है। अब Marvel इतने सारे विकल्प, ब्रह्मांड और किरदार ले आया है कि स्टोरी की कोई सीमा ही नहीं बची। मतलब, आप बस popcorn लेकर बैठो, MCU आपको हर बार सरप्राइज़ करता रहेगा। Honestly, अब तो Marvel की कहानियाँ किसी सीधी लाइन जैसी नहीं, बल्कि पागलपन भरे रोलर कोस्टर की तरह हो गई हैं जहाँ हर मोड़ पे कुछ नया, कुछ पागलपन भरा इंतजार करता है। Marvel का मल्टीवर्स यहाँ कुछ भी मुमकिन है।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ) 

MCU का मल्टीवर्स असल में है क्या?

देखो, MCU में मल्टीवर्स का मतलब है जितनी चाहे उतनी टाइमलाइन, अनगिनत अलग-अलग यूनिवर्स, हर जगह अपने-अपने सुपरहीरो, खलनायक, और हां सबके अपने-अपने नखरे! एक यूनिवर्स में टोनी स्टार्क जिंदा, दूसरे में शायद कैप्टन अमेरिका विलेन निकल जाए। लोकीडॉक्टर स्ट्रेंज इन द मल्टीवर्स ऑफ मैडनेसस्पाइडर-मैन: नो वे होम इन सबने तो मल्टीवर्स की पूरी दुनिया हमारे सिर पर ला पटकी। MCU ने जितना दिखाया है, यकीन मानो, अभी बहुत कुछ बाकी है।

MCU ने मल्टीवर्स का कांसेप्ट लाया कैसे?

याद है डॉक्टर स्ट्रेंज (2016) का वो ट्रिपी सीन, जहां स्ट्रेंज का दिमाग हिल गया था? वही पहला हिंट था। फिर लोकी में असली बवाल हुआ, जब TVA ने बताया कि असली टाइमलाइन को मेंटेन रखना है वरना ब्रांचिंग हो जाएगी मतलब यूनिवर्स की वॉट लग जाएगी! स्पाइडर-मैन: नो वे होम और डॉक्टर स्ट्रेंज 2 ने तो जैसे कह दिया “अब तो सब मिक्स कर दो, फैंस खुश!”

कांग द कॉन्करर कौन है, और क्यों इतना खतरनाक?

भाई, MCU में अगर कोई टाइम और रियलिटी से खेल सकता है तो वो है कांग। हर टाइमलाइन में इसका कोई ना कोई वर्जन बैठा है अच्छा, बुरा, या अल्ट्रा-विलेन! लोकी में तो ‘He Who Remains’ के नाम से दिखा, बाद में कांग के नाम से तबाही मचाएगा। एवेंजर्स: द कांग डायनेस्टी और सीक्रेट वॉर्स में तो इसकी एंट्री से पूरा MCU हिल जाएगा। मजे की बात कांग का असली प्लान क्या है, वो MCU खुद खुलासा करेगा, तो और इंतजार करो।

‘स्पाइडर-मैन: नो वे होम’ का मल्टीवर्स से क्या कनेक्शन?

अगर फैन हो तो ये फिल्म तो मिस ही नहीं कर सकते! MCU ने पहली बार टोबी, एंड्रयू और टॉम तीनों स्पाइडर-मैन को एक साथ ला दिया, वो भी धांसू एक्शन के साथ। विलेन भी अपने-अपने यूनिवर्स से डॉक्टर ऑक्टोपस, ग्रीन गॉब्लिन, इलेक्ट्रो सब एकसाथ धमाल मचाते हैं। ये मूवी मल्टीवर्स का पक्का सबूत है कि MCU अब किसी भी एक्सपेरिमेंट से पीछे नहीं हटेगा।

लोकी में ‘पवित्र समयरेखा’ का पंगा क्या है?

TVA ने एक मेन टाइमलाइन बनाई “पवित्र समयरेखा”, मतलब सब कुछ एकदम कंट्रोल में। कोई ब्रांच निकली, तो TVA उसे काट देती थी। लोकी ने गड़बड़ कर दी, टाइमलाइन टूट गई, फिर क्या मल्टीवर्स का हंगामा! अब हर कोई अपनी-अपनी रियलिटी में कुछ भी कर सकता है। सोचो, कितना जटिल हो गया है MCU!

क्या मल्टीवर्स गाथा से MCU का रीबूट हो सकता है?

अब ये तो MCU के दिमाग में क्या चल रहा है, वही जाने! लेकिन अफवाहें तो यही कहती हैं सीक्रेट वॉर्स में टाइमलाइन रीसेट हो सकती है, पुराने कैरेक्टर को अलविदा, नए लोगों का स्वागत, और कुछ फेवरेट्स फिर से अलग अवतार में लौट सकते हैं। MCU की ये ट्रिक फैंस को सरप्राइज देने में हमेशा कामयाब रही है।

‘डॉक्टर स्ट्रेंज इन द मल्टीवर्स ऑफ मैडनेस’ में मल्टीवर्स का सफर कैसा है?

सोचो, स्ट्रेंज और अमेरिका चावेज़ एक यूनिवर्स से दूसरे में छलांग लगा रहे हैं कभी इल्युमिनाटी स्ट्रेंज, कभी पृथ्वी-838 के सुपरहीरो से मिलना, कभी रूल्स बदल जाते हैं, कभी ग्रेविटी! हर यूनिवर्स का अपना स्टाइल, अपने झमेले। ये फिल्म आपको मल्टीवर्स की असली मस्ती दिखाती है ट्रिपी एनिमेशन से लेकर पागलपन तक।

क्वांटम दायरा – मल्टीवर्स में इसकी असली हैसियत क्या है?

एंट-मैन मूवी में देखा होगा क्वांटम दायरा टाइम ट्रैवल का शॉर्टकट है, और अलग डायमेंशन में घुसने का भी। एंडगेम में सबने इसी रास्ते से टाइम में झाँका, और क्वांटुमैनिया में तो कांग के वेरिएंट्स का पूरा अड्डा है। MCU ने इस दायरे को जादुई बना दिया जहाँ विज्ञान भी है, और थोड़ी सी MCU वाली मिर्ची भी।

सोनी की स्पाइडर-मैन यूनिवर्स (वेनम, मॉर्बियस) – क्या MCU मल्टीवर्स में आती है?

सीधा जवाब हाँ भी, ना भी! असली MCU का हिस्सा नहीं हैं, लेकिन मल्टीवर्स की बदौलत ये यूनिवर्स भी कभी-कभार MCU से टकरा जाती है। जैसे नो वे होम में वेनम की झलक। आगे चलकर और क्रॉसओवर हो सकते हैं। बस MCU और सोनी के दिमाग में क्या पक रहा है, ये देखना मजेदार होगा।

MCU की मल्टीवर्स गाथा का फिनाले क्या होगा?

सबकी निगाहें एवेंजर्स: सीक्रेट वॉर्स पर टिकी हैं। यहाँ मल्टीवर्स के सारे हीरो, सारे विलेन, सबकी भिड़ंत रियलिटी का पोस्टर फाड़ देने वाला क्लाइमैक्स! कांग के अलग-अलग वेरिएंट्स, यूनिवर्स की टक्कर, और MCU का पूरा नया चेहरा। कौन जिंदा रहेगा, कौन नई रियलिटी में जाएगा खुद MCU वाले भी शायद अभी नहीं जानते!

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