IRCTC Meals

Discover the Best IRCTC Meals by Route: A 2025 Review of Train Dining Options

What’s cooking on the tracks? The 2025 edition of IRCTC meals offers a fresh look at what travelers can expect from train food today. From popular route-specific dishes to new menu updates, this review covers it all. Discover which meals stand out, which need improvement, and how the food experience varies across different routes. Get ready to see if train meals are worth your time now.

Introduction: Setting the Table for a Culinary Journey

1. वो सफर, वो पेट पूजा – IRCTC Meals

  • ट्रेन का डिब्बा = चलता-फिरता रेस्टोरेंट:
  • सोचो, विंडो साइट पकड़ी है, बाहर खेत-खलिहान भाग रहे हैं, अंदर पूरा मोहल्ला बैठा है और हर किसी के दिमाग में बस एक ही सवाल: “भैया, खाना कब मिलेगा?”
  • भारतीय रेल का खाना कोई मामूली चीज़ नहीं। वो गर्मागर्म करी, चावल, परांठा और हाँ, कभी-कभी वो खतरनाक रायता! सफर की असली जान यही है।
  • सच बताऊँ, ट्रेन की थाली खाए बिना रेल यात्रा अधूरी लगती है जैसे बिना मसाले की दाल!

2. 2025: रेलवे फूड का नया अवतार

  • IRCTC की नई चालें:
  • अब वो जमाना गया जब खाने का मेन्यू पर्सनल गेसिंग गेम था “ये सब्ज़ी कितने की होगी, भाई?”
  • 2025 से, हर डिब्बे में मिलेगा प्रिंटेड मेन्यू क्या ऑर्डर कर रहे हो, क्या कीमत है, सब कुछ सामने, साफ-साफ।
  • मेन्यू सिर्फ ट्रे पर नहीं IRCTC का मेन्यू ऑन रेल ऐप, SMS मतलब प्लेटफॉर्म पर चाय पीते-पीते भी देख लो, आज खाने में क्या-क्या है!

3. खाना? अब और भी साफ-सुथरा (और मॉडर्न!)

  • खाना बनेगा हाई-टेक किचन में:
  • अब कोई अंधेरे में पका खाना नहीं। CCTV से लैस बेस किचन मतलब साफ-सफाई पर पूरा जोर।
  • IRCTC का दावा बिरयानी, दाल, सब कुछ बनेगा ब्रांडेड सामान से, ताज़गी और स्वाद की पूरी गारंटी।
  • अब वो ‘सरप्राइज़ रायता’ वाला डर भी गया जो लिखा है, वही थाली में मिलेगा!

4. यात्रियों की आवाज़: क्या पसंद, क्या नापसंद

  • सीधा फीडबैक, सीधा एक्शन:
  • यात्री अब सिर्फ खाना नहीं खा रहे, रिव्यू भी दे रहे सोशल मीडिया पर, ऐप में, या सीधे पेंट्री वाले को।
  • लोग बता रहे हैं कौन सी डिश मास्टरपीस है (राजधानी वाली चिकन करी, कोई भूल सकता है क्या?), और किसे ऑर्डर करने से बचना चाहिए (कई बार ब्रेड इतनी परतदार कि मुंह में ही बिखर जाए!)।
  • रेलवे भी बैठा नहीं है फीडबैक के हिसाब से मेनू अपडेट हो रहे हैं, दाम में पारदर्शिता आ रही है।

5. अब ट्रेन खाना: घर जैसा, सरप्राइज़ फ्री!

  • सफर का नया फंडा:
  • अब ट्रेन में खाना ऑर्डर करने का मतलब स्वाद, क्वालिटी, और प्राइस सब क्लीयर।
  • बोर्डिंग से पहले ही प्लान कर लो पुलाव खाना है या थाली, कुछ भी मिस नहीं होगा।
  • आखिरकार, IRCTC चाह रहा है कि अगली बार जब ट्रेन में खाना मिले, तो पेट भी खुश हो और दिमाग भी बिलकुल घर के खाने जैसा भरोसा।

IRCTC Meals by Route

IRCTC Food-on-Track in 2025: New Rules & Features

1. पारदर्शी मेनू: अब कोई चालबाज़ी नहीं

  • हर कोच में प्रिंटेड मेनू:
    अब सीट पर बैठते ही सामने मिलेगा चमचमाता मेनू कार्ड, जिसमें हर आइटम की असली कीमत (MRP) साफ-साफ लिखी होगी।
  • IRCTC फ़ूड-ऑन-ट्रैक ऐप:
    वही मेनू, वही रेट सब कुछ मोबाइल पर भी। ऐप खोलो, देखो, ऑर्डर करो और कोई शक की गुंजाइश नहीं।
  • SMS अलर्ट्स:
    जैसे ही पैंट्री कार स्टेशन के करीब, आपके फोन पर झनकार “भैया, खाना ताजा-ताजा आ गया!”
  • कोई छुपा चार्ज नहीं:
    बिल में एक्स्ट्रा टैक्स या टिप का नाटक अब खतम। जितना मेनू में लिखा, उतना ही देना बस।

2. क्वालिटी और सफाई: होटल वाली फीलिंग, स्टेशन पर नहीं

  • जबरदस्त बेस किचन:
    बड़े जंक्शनों पर IRCTC ने बनाए हैं हाई-टेक बेस किचन CCTV की सीधी नजर में। यहाँ हर रसोइया जैसे बिग बॉस के घर में हो।
  • ब्रांडेड सामग्री:
    तेल, चावल, मसाले सब FSSAI सर्टिफाइड और ब्रांडेड। कोई लोकल-चोर-मसाला नहीं, सिर्फ असली माल।
  • QR कोड वाला खाना:
    हर पैक्ड फूड पर मिलेगा एक QR कोड।
  • स्कैन करो
  • पता करो खाना कब बना, कहाँ बना
  • कोई डाउट? वहीं क्लियर कर लो।
  • ऑन-स्पॉट सुपरविज़न:
    लंबी दूरी की ट्रेनों में सुपरवाइजर तैनात खाना बंटवाने का ऑडिट, सबकी नजर में।
  • मतलब, कोई जुगाड़-शुगाड़ नहीं!

3. फ़ूड सर्विस में नया तड़का: सिर्फ पेट नहीं, दिल भी खुश

  • रेस्तरां जैसी एक्सपीरियंस:
    अब ट्रेन का खाना लॉटरी नहीं, प्रॉपर रेस्तरां वाली क्वालिटी।
  • “सर, ये सूप स्वादिष्ट नहीं है!” बोलो, तो सुनवाई तुरंत।
  • खाना ऑर्डर करना आसान:
    पुराने ज़माने की “भैया, खाना आ गया?” वाली चिल्ल-पों खतम। अब सब कुछ डिजिटल ऐप से, SMS से, या सीधा मेनू देखकर।
  • ट्रेन में सफर, होटल जैसा सफर:
    सोचो, ट्रेन में बैठकर ऐसा फील जैसे सफर के साथ-साथ फूड-फेस्ट भी फ्री में मिल गया हो।

4. नया IRCTC: खेल अब बदल गया

  • कोई रिस्क नहीं:
    सड़क किनारे वाले रिस्की खाने को अब बाय-बाय।
  • ट्रैवलर की जीत:
    सफर में पेट पूजा के नाम पर अब समझौता नहीं।
  • फीडबैक का पावर:
    कुछ शिकायत है? QR कोड स्कैन करो, फीडबैक दो IRCTC सुन भी रहा है, और मान भी रहा है।

Bottom Line

अब ट्रेन में खाना ऑर्डर करना मतलब न टेंशन, न रिस्क। सब कुछ क्लीयर, सब कुछ स्मार्ट। 2025 का IRCTC भाई, अब तो खाने के नाम पर कोई बहाना नहीं चलेगा! So next time आप ट्रेन पकड़ो, दिल खोलकर ऑर्डर करो “एक प्लेट बिरयानी, MRP पर, भैया!”

Regional Flavors on Board: Meals by Route

🚂 ट्रेन में खाना: सफर का असली तड़का!

ट्रेन में सफर करने का असली मज़ा, मानो प्लेट में बिखरा इंडिया! हर रूट, हर प्लेट नया फ्लेवर, नया एक्सपीरियंस। चलिए, इस ज़ायकेदार सफर को बनाते हैं आसान कुछ साफ-सुथरे सेक्शन और बुलेट पॉइंट्स के साथ, ताकि अगली बार आप ट्रेन में बैठें, तो खाना भी प्लान हो!


1. खाने की ट्रेन पर: एक झलक

  • इंडिया के अलग-अलग हिस्सों का खाना सीधे आपकी सीट पर।
  • IRCTC हर रूट के हिसाब से मेन्यू बदलता है, ताकि सफर में बोरियत न आए।
  • सफर सिर्फ मंज़िल नहीं, प्लेट में नया स्वाद तलाशने का मौका भी है!

2. उत्तर भारत की प्लेट – भारी, मसालेदार और दिल से

  • क्या मिलेगा:
  • भरवां पराठे (घी से लथपथ, कभी-कभी आलू वाला)
  • चिकन करी या पनीर की मस्त ग्रेवी
  • तीखा अचार (कभी हरा, कभी लाल जीभ झनझना जाए)
  • दाल मखनी, छोले, मुलायम पूड़ियां
  • मिठाई या फल ट्रैवल के बाद मीठा चाहिए ही चाहिए
  • ट्रेनें: राजधानी, शताब्दी, जैसे बड़े नाम
  • फील:
  • खाना हमेशा तगड़ा, कभी-कभी थोड़ा बोरिंग (लेकिन भरोसेमंद)
  • उत्तर भारत के खाने में स्वाद और क्वांटिटी दोनों की गारंटी

3. दक्षिण भारत की थाली – चावल का राज, मसालों का जलवा

  • क्या मिलेगा:
  • उबला चावल (सादा, लेकिन सोलफुल)
  • डोसा, इडली, सांभर, रसम (ब्रेकफास्ट हो या डिनर)
  • सब्जी कुर्मा, चिकन करी, नारियल चटनी, दही कभी साइड, कभी मेन हाइलाइट
  • IRCTC के मुताबिक, हर स्टेट का अलग स्वाद:
    • तमिलनाडु – तीखा करी
    • केरल – मलाईदार स्टू
    • आंध्र – झन्नाटेदार स्पाइस
    • कर्नाटक – माइल्ड, लेकिन स्वादिष्ट
  • ट्रेनें: वंदे भारत, तेजस, और साउथ की दूसरी सुपरफास्ट ट्रेन्स
  • फील:
  • सुबह का डोसा-सांभर, रात का नींबू/घी चावल पेट और मन दोनों खुश
  • हर bite में लोकल टच, एकदम देसी वाइब

4. पूरब और पश्चिम – सादा, लेकिन स्पेशल

  • क्या मिलेगा:
  • शाकाहारी थाली – चावल, दाल, कभी-कभी फ्राइड राइस
  • बंगाल का रूट? – ट्राय मारो फिश करी, तभी असली मज़ा!
  • वेस्ट (महाराष्ट्र/गुजरात) – हल्का खाना: दाल, रोटी या पराठा, कम मसाले, पेट के लिए जेंटल
  • ट्रेनें: दुरंतो, एक्सप्रेस, लंबी दूरी वाली गाड़ियाँ
  • फील:
  • कभी-कभी सरप्राइज़ जैसे बंगाल में मछली की खुशबू वाली प्लेट
  • वेस्ट में खाना हल्का, लेकिन घर जैसा सुकून

5. खास डाइट? IRCTC देगा हर सॉल्यूशन

  • ऑप्शन्स की भरमार:
  • शाकाहारी थाली
  • जैन थाली (प्याज-लहसुन फ्री, एक्स्ट्रा सब्जियां)
  • डायबिटिक फ्रेंडली थाली
  • बच्चों के लिए स्पेशल खाना कभी सैंडविच, कभी पिज्ज़ा
  • कैसे ऑर्डर करें?
  • IRCTC ऐप खोलो, पहले से मेन्यू देखो, ऑर्डर करो लाइफ इज़ ईज़ी!

6. कुछ मज़ेदार बातें और ट्रिक्स

  • ट्रेनों में खाना कभी-कभी प्लेट की तुलना में आपके मूड पर डिपेंड करता है वही खाना, नया एक्सपीरियंस!
  • लोकल स्टेशन पर उतरकर वहाँ के स्पेशल स्नैक्स ज़रूर ट्राय करें, वरना आप खुद को माफ़ नहीं कर पाएंगे।
  • सफर के दौरान दोस्ती और यादें प्लेट के स्वाद से दोगुनी मज़ेदार!

7. आखिर में ट्रेन में खाना, एक चलता-फिरता इंडिया

ट्रेन में सफर, खाने के बिना अधूरा है। हर स्टेशन पर, हर रूट पर इंडिया की असली पहचान प्लेट में दिखती है। IRCTC आपकी पसंद, आपकी डाइट और आपके मूड को समझता है तभी तो “व्हील्स ऑन, टिफिन ऑन!” वाली फीलिंग आती है।

तो अगली बार ट्रेन टिकट कटाओ, खाने की चिंता छोड़ो बस ऐप खोलो, जो मन करे, वही प्लेट में पाओ। और हाँ, सफर के हर बाइट में इंडिया टेस्ट करना मत भूलना यही है असली यात्रा का स्वाद!

Latest Meal Pricing (2025 Update)

हर बार ट्रेन का टिकट कटाते वक्त वही पुराना सवाल भाई, खाने का क्या सीन है? अब IRCTC ने 2025 के लिए सारे पत्ते खोल दिए हैं। कोई गोलमोल जवाब नहीं, हर चीज़ मेन्यू में छपी हुई। चलो, इस बार हम भी बारीकी से झाँक लेते हैं, ताकि अगली बार टीटी या वेटर से उलझना न पड़े।


🚄 प्रीमियम ट्रेनें (राजधानी/शताब्दी) – VIP खाना, VIP रेट

  • AC क्लास में सफर:
  • पूरा लंच/डिनर: ₹230-₹250 (GST समेत, कोई छुपा चार्ज नहीं)
  • उदाहरण के लिए – उत्तर राजधानी, फर्स्ट क्लास केबिन में लंच: ₹245
  • नाश्ता थोड़ा कम महंगा, लेकिन फिर भी अपने-अपने रूट की मर्जी
  • जानना है कौन सा रेट कहाँ लगेगा?
  • IRCTC का मेन्यू ऑन-रेल ऐप खोल लो, सब कुछ साफ लिखा है
  • रूट चेंज हुआ, तो रेट भी थोड़ा ऊपर-नीचे

इन ट्रेनों में खाना क्वालिटी में ठीक-ठाक होता है कभी-कभी तो होटल जैसा भी लग सकता है, कभी-कभी ‘बस चलाओ भाई, खाना छोड़ो’ वाली फीलिंग भी आ जाती है। लेकिन रेट्स फिक्स हैं, कम-ज्यादा नहीं होंगे।


⚡ हाई-स्पीड ट्रेनें (वंदे भारत, गतिमान) स्पीड के साथ स्पेशल खाना

  • वंदे भारत एक्सप्रेस (जैसे नई दिल्ली-कोच्चि):
  • ब्रेकफास्ट: ₹122 (चेयर कार), ₹155 (एग्जीक्यूटिव)
  • लंच/डिनर: ₹222 (चेयर कार), ₹244 (एग्जीक्यूटिव)
  • कभी-कभी ₹65 में सिर्फ चाय-कुकीज़ – छोटे सफर वालों के लिए
  • पूरे रूट के लिए लग्जरी खाना: ₹350 तक भी जा सकता है
  • गतिमान एक्सप्रेस (आगरा-लखनऊ):
  • चेयर-कार में शाम का स्नैक्स: ₹175
  • एग्जीक्यूटिव क्लास का ब्रेकफास्ट: ₹250

यहाँ एक बात नोट करो हाई-स्पीड ट्रेनों में खाना थोड़ा महंगा ही मिलेगा, लेकिन प्रेजेंटेशन और टेस्ट में ‘फील’ आती है। कुछ लोगों के लिए ये सफर का सबसे बड़ा हाईलाइट भी बन जाता है!


🚂 स्लीपर/जनरल ट्रेनें सस्ता, सादा, दिल से

  • क्या मिलेगा?
  • बेस किचन या स्टेशन के ढाबे से सिंपल थाली ₹100-₹150 में फुल पेट भरने वाली
  • कभी-कभी स्टेशन पर ही गर्मागर्म पूड़ी-सब्ज़ी या दाल-चावल, सीधी थाली में
  • कॉम्बो रेट्स फिक्स कोई मोलभाव नहीं, मेन्यू में साफ लिखा है
  • पेटू लोगों के लिए-
  • क्वालिटी बड़ी सिंपल, लेकिन सफर की असली ‘फील’ तो ऐसे ही खाने में आती है, है कि नहीं?
  • और हाँ, फूड वेंडर से बहस मत करना रेट्स सब फिक्स हैं, झिकझिक का कोई फायदा नहीं

📝 बुकिंग के समय खाना लेना ज़रूरी है क्या?

  • आप्शन है आपके पास:
  • टिकट बुक करते वक्त ‘फूड’ वाला ऑप्शन छोड़ा? तो कोई जबरदस्ती नहीं
  • खाना लिया है, तो वेटर ट्रे लेकर आएगा, ऊपर बताए रेट्स के लिए पैसे तैयार रखो
  • सारे रेट्स में GST शामिल है
  • बाद में कोई एक्स्ट्रा टैक्स का झंझट नहीं

✨ कुछ और खुराफाती बातें टिप्स & ट्रिक्स

  • IRCTC के ऐप पर सब ताजा रेट्स मिल जाएंगे सफर से पहले देख लो, फालतू में कन्फ्यूज न हो
  • क्वालिटी कभी-कभी जैकपॉट होती है, कभी-कभी ‘काटा है’ वाली फीलिंग एक्सपेक्टेशन कंट्रोल में रखो
  • खाना नहीं चाहिए? स्टेशन पर समोसा/चाय से काम चला लो, इंडियन रेलवे में जुगाड़ की कोई कमी नहीं!

Ordering & Convenience

ऑर्डरिंग और सुविधा अब ट्रेन का खाना बिल्कुल नया लेवल

चलो, मान लेते हैं ट्रेन में खाना कभी भी होटल वाला फील नहीं देता था। याद है, वो बासी खिचड़ी या पतली दाल की थाली? अब टाइम बदल गया है, जनाब! IRCTC और टेक्नोलॉजी ने मिलकर रेल का खाना भी स्मार्ट बना दिया है। चलिए, पूरा प्रोसेस और कुछ जुगाड़ू टिप्स के साथ समझते हैं।

1. स्मार्ट ऑर्डरिंग के नए तरीके

👉 IRCTC eCatering “फूड ऑन ट्रैक” ऐप/वेबसाइट

  • कैसे काम करता है?
  • बस अपना PNR नंबर और यात्रा की डिटेल डालो।
  • ऐप या वेबसाइट पर ढेर सारे लोकल रेस्टोरेंट्स/IRCTC मेन्यू दिख जाएंगे।
  • जो मन करे, वो सेलेक्ट करो चाहे भोपाल की बिरयानी हो या कोयंबटूर की केरल फिश करी।
  • खास मौकों (जैसे क्रिसमस) पर स्पेशल मेन्यू भी सोचो, ट्रेन में प्लम केक!
  • ऑर्डर प्रोसेस
  • आइटम्स ऐड करो, पेमेंट करो (चाहे कार्ड, UPI, या कैश सब चलता है)।
  • खाना सीधा आपकी सीट पर पहुंचेगा, आप आराम से विंडो के बाहर खेत गिनते रहिए।
  • फायदे
  • लोकल फ्लेवर का मजा, बिना स्टेशन पर भागदौड़ के।
  • हर स्टेशन पर अलग-अलग ऑप्शन बोरिंग खाना गया तेल लेने!

👉 ऑन-बोर्ड पेंट्री कार और बेस किचन

  • क्या होता है?
  • कई एक्सप्रेस ट्रेनों में पेंट्री कार लगी होती है यहां बेसिक खाना बनता है: दाल, सब्जी, रोटी, चावल।
  • अगर ऐप से ऑर्डर नहीं किया, तो IRCTC वाले वेटर खुद आपके कोच में घूम-घूमकर खाना परोसेंगे।
  • खाना आमतौर पर सीलबंद डब्बों या टिफिन में आएगा हाइजीन का ध्यान रखा जाता है।
  • बेस किचन
  • बड़े स्टेशनों पर बेस किचन होते हैं, जहां से ताजा खाना ट्रेन में भेजा जाता है।
  • सर्विस ज़्यादा तेज़ मिलती है, तो ठंडा खाना मिलने के चांस कम।
  • अब तो QR कोड और CCTV से भी मॉनिटरिंग मतलब खाना चोरी-छिपे नहीं, खुल्लम-खुल्ला बनता है!

2. ऑर्डरिंग के जुगाड़ू टिप्स

  • ऑर्डर करते वक्त…
  • मेन्यू चेक करना मत भूलना चाहे ऐप में हो या प्रिंटेड।
  • कोई डिश पसंद नहीं? मना कर सकते हो, या दूसरा ऑप्शन मांगो खाने में समझौता क्यों?
  • खाना जरूरी नहीं!
  • प्रीमियम ट्रेनों में खाना ऑप्शनल होता है दिल करे तो ऑर्डर करो, वरना छोड़ दो।
  • मन बदल गया? रिफंड का भी झंझट नहीं, आराम से पैसे वापस मिल सकते हैं।
  • स्पेशल डाइट चाहिए?
  • जैन, डायबिटिक या कोई और डाइट चाहिए, तो टिकट बुकिंग के टाइम या कम से कम 24 घंटे पहले ऑर्डर कर दो।
  • बाद में मांगोगे तो ‘माफ कीजिए, नहीं हो सकता’ सुनना पड़ सकता है।

3. मेरी दो पैसे की सलाह

सच बताऊं अब ट्रेन में सफर करते हुए खाने का बहाना बनाना नहीं चलता। टेक्नोलॉजी है, ऑप्शन्स हैं, बस थोड़ा जागरूक रहो। खाना ऑर्डर करने में स्मार्ट बनो मेन्यू देखो, नया ट्राय करो, और डिलीवरी टाइम का ध्यान रखो। कोई दिक्कत हो, तो वेटर से खुलकर पूछो ‘भैया, ये ताजा है या कल रात का?’ सीधी बात, नो बकवास!

4. फील द रेल, ईट द रेल

अब ट्रेन में ‘समोसा-संडे’, ‘इडली मंडे’ या ‘बिरयानी फ्राइडे’ सब पॉसिबल है, बस आपको खुद अपने खाने में थोड़ा इन्वेस्ट करना है। अगली बार ट्रेन में हो, तो ऑर्डरिंग का मजा लो, फोटो इंस्टा पर डालो, और सफर को पेटपूजा के साथ यादगार बना लो। Bon voyage, और हां खाना ठंडा मिले तो शिकायत जरूर करना!

Passenger Reviews & Tips

1. असली सवाल: IRCTC का खाना अब भी ‘जुगाड़’ है या वाकई सुधरा?

चलो, सीधा मुद्दे पर आते हैं। 2025 में IRCTC का खाना खाना मतलब कभी लॉटरी लग गई, कभी ठगा गया फील हो सकता है। हर रूट की अलग कहानी है, भाई!

  • प्रीमियम क्लास:
  • यहां के लोग अलग ही लेवल पर होते हैं उनको प्लेटफॉर्म वाला बेस्वाद खाना नहीं चाहिए, ताज़ा और क्लासी चाहिए।
  • राजधानी/शताब्दी जैसी ट्रेनों में तो खाना टिकट में इनबिल्ट है, तो उम्मीदें और टाइट हो जाती हैं।
  • क्लासिक फ्री के चक्कर:
  • मुफ्त के खाने से लोगों की उम्मीदें आसमान छूती हैं, पर सच में, कई बार वहीं से सबसे बड़ी निराशा भी मिलती है।

2. असली रिव्यू: ‘कुछ तो कम है IRCTC की दाल में’

अब सुनो फील्ड रिपोर्ट:

  • चेन्नई रूट की कहानी:
  • टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, वंदे भारत में पैसेंजर्स बोले “दाल पानी जैसी, रोटी पत्थर जैसी… नॉनवेज का तो पूछो ही मत!”
  • नाश्ते में कोई एक्साइटमेंट नहीं, बस पेट भरने की मजबूरी।
  • लोकल स्वाद की कदर:
  • कभी-कभी IRCTC वाले इतने ‘क्रिएटिव’ हो जाते हैं कि मेनू लोकल टेस्ट को भूल बैठते हैं।
  • नतीजा? पैसेंजर्स बोले “जो वादा किया, वो निभाया नहीं!”

3. जब खाने में मिली वाकई की खुशी

सब कुछ बुरा भी नहीं है, दोस्त!

  • हिट कॉम्बो:
  • पंजाब के लोग राजधानी का बटर चिकन-नान देखकर आंखों में चमक ले आते हैं।
  • साउथ की ट्रेनों में केरल थाली की डिमांड अपने टॉप पर रहती है।
  • IRCTC ऐप का कमाल:
  • कुछ स्मार्ट लोग IRCTC ई-कैटरिंग ऐप से अपने फेवरेट लोकल रेस्टोरेंट्स (बीकानेरवाला, ताज, मसालेदार वगैरह) ढूंढ ही लेते हैं।
  • जब ये ब्रांड्स खाना पहुंचाते हैं, तो कभी-कभी उम्मीद से बढ़कर सर्विस मिल जाती है कह सकते हैं, ‘आज तो मजा आ गया!’

4. शिकायतों की बाढ़: जब खाना बना सिरदर्द

अब आते हैं असली मसले पर—शिकायतें:

  • 2025 की रिपोर्ट:
  • जून 2025 में 1,000+ लोग वंदे भारत के खाने के खिलाफ शिकायत कर चुके हैं।
  • प्रॉब्लम्स?
    • बासी जूस
    • क्वालिटी का झूला-झूलना
    • खाना देखकर मूड खराब
  • IRCTC का जवाब:
  • ठेकेदारों की खैर नहीं भारी जुर्माने लगे।
  • ‘रेल मदद’ ऐप पर लोगो ने जामकर फीडबैक दिया, जिससे मॉनिटरिंग टाइट हुई।
  • अब ट्रेनों में एक्स्ट्रा POS मशीनें अगर बिल नहीं मिला, तो पेमेंट मत दो। सीधा जुगाड़!

5. ट्रेवलर हैक्स: जुगाड़ू बने, दुखी नहीं

स्मार्ट पैसेंजर बनने के लिए ये टिप्स जेब में डाल लो:

  • ई-कैटरिंग से प्री-बुकिंग:
  • अगर ट्रेन रूट अलाउ करता है, तो सीट और पसंद का खाना पहले से ऑर्डर करो।
  • हमेशा स्नैक्स साथ:
  • टाइमपास के लिए कुछ हल्का-फुल्का अपने पास रखो कब किस्मत धोखा दे जाए, कौन जाने!
  • मेनू पसंद न आए?:
  • बिना हिचक दूसरा ऑप्शन मांगो, या ऑर्डर कैंसल कर दो टीटीई या ऐप से।
  • शिकायत करने में कंजूसी नहीं:
  • सर्विस बिलो बेल्ट मिले, तो एक सेकंड भी मत सोचो ‘रेल मदद’ डाउनलोड करके सीधा फीडबैक ठोंको।

6. मेरी राय? उम्मीद रखो… पर जुगाड़ पक्का!

सीधी सी बात, IRCTC के खाने में ‘लकी ड्रा’ वाला फील है।

  • कभी बटर चिकन से दिल खुश, कभी बासी सब्ज़ी से मूड ऑफ।
  • लोकल ब्रांड्स और ऐप के जुगाड़ से ट्रिप मजेदार बन सकती है।
  • और हां, फ्री खाने से उम्मीदें थोड़ी कम रखो वरना खुद ही पछताओगे।

तो अगली बार ट्रेन में बैठो, तो खाना एक हाथ में, शिकायत का ऐप दूसरे में और दिमाग में चुटकीभर उम्मीद… बाकी सब ‘जुगाड़’ है, बॉस!

Special Diets & Preferences

👨‍🍳 स्पेशल डाइट? कोई टेंशन नहीं, बस थोड़ा स्मार्ट बनो!

  • जैन खाना (बिना प्याज-लहसुन):
  • हर ट्रेन में मिल जाता है।
  • बुकिंग के टाइम ही ऑर्डर मारना पड़ेगा, बाद में बोले तो ‘माफ़ करिए, सर’ सुनने को मिल सकता है।
  • डायबिटीज वाले बंदों के लिए:
  • लो शुगर, कम GI फूड लिस्ट में है।
  • मतलब मीठा कम, हेल्थ ज्यादा मम्मी खुश।
  • प्याज-लहसुन फ्री वेज:
  • जिनको इन दोनों से एलर्जी या धार्मिक चक्कर है, उनके लिए भी चिंता फ्री जोन।
  • एलर्जी या बच्चों की ज़िद:
  • खुद का स्नैक बॉक्स पैक कर लो।
  • बच्चों की पसंद की चीज़ें या खुद के लिए ग्लूटन फ्री बिस्किट वगैरह, हमेशा बेहतर है।
  • बुकिंग के वक्त:
  • IRCTC में स्पेशल डाइट की रिक्वेस्ट डाल सकते हो, तो मौका मत छोड़ना।

🌶️ मसालेदार या विदेशी खाने के शौकीन? देख लो ये भी!

  • मसाले के दीवाने:
  • कर्नाटक-तमिलनाडु वाली ट्रेनों में एक्स्ट्रा चटनी, अचार, और ‘किक’ देने वाली चीज़ें मिलती हैं।
  • भले ही ट्रेन का झटका लगे, खाना ज़रूर झन्नाटेदार मिलेगा!
  • फॉरेन फूड लवर्स:
  • प्रीमियम ट्रेनें (राजधानी-शताब्दी टाइप) में बड़े ब्रांड के सैंडविच, रैप्स, पिज्जा तक मिल सकते हैं।
  • ई-कैटरिंग से ऑर्डर करोगे, तो बर्गर भी पहुंच सकता है सीट पर बस स्विगी-ज़ोमैटो का भाई-टाइप।
  • IRCTC की कसम:
  • कोशिश तो फुल ऑन रहती है कि सबको कुछ न कुछ पसंद आ ही जाए।
  • लेकिन यार, वेरायटी अभी भी लिमिटेड है कल Paneer Butter Masala, आज भी वही… थोड़ा रिपीट मोड ऑन रहता है।

🥡 “बासी मिला तो क्या करें?” कम्युनिकेशन है लाइफलाइन!

  • मेन्यू पर नजर रखो:
  • ऑनलाइन मेन्यू चेक करो, नई चीज़ें ट्राय करने का मूड बने तो वहीं से ऑर्डर मारो।
  • कोच अटेंडेंट से बात करो:
  • Attendant को पकड़ो, जो चाहिए बोलो।
  • अगर कुछ ताजा नहीं मिला, तो शरमाओ मत सीधा बोलो, ‘भैया, फ्रेश दो!’
  • फीडबैक दो:
  • IRCTC वाले आपके फीडबैक से ही सुधरते हैं, तो जो भी दिक्कत हो, ऐप या फॉर्म में लिख दो।
  • खुद की तैयारी:
  • ‘जुगाड़’ में माहिर हो तो खुद के स्नैक्स, इमली-चूरन, मिक्स नट्स या इंस्टेंट मैगी ले जाओ—भूख लगे, बस पानी डालो और खाओ।

🕺🏻 फाइनल टिप्स: ट्रेन सफर + खाना = मज़ा, अगर थोड़ा क्रिएटिव बनो!

  • खुद से ज्यादा उम्मीद मत रखो कि ट्रेन में 5-स्टार होटल जैसा खाना मिलेगा, लेकिन जुगाड़ से सफर मजेदार हो सकता है।
  • खुद के फूड ऑप्शन साथ रखो, वरना खिचड़ी-राजमा-चावल का घेरा कभी खत्म नहीं होगा।
  • जो भी खाओ, दिल खोल के खाओ क्योंकि सफर है, यादें बनानी हैं, और पेट पूजा भी ज़रूरी है!

Conclusion: Satisfying Your Hunger on the Go

2025 में IRCTC ने खाने को सीरियसली ‘लेवल अप’ कर दिया, भाई! अब सब कुछ एकदम ट्रांसपेरेंट मेन्यू जेब में, ऐप हाथ में, प्लेट की किस्मत आंखों के सामने! क्या मिलेगा, कितना लगेगा, सब पहले से फिक्स।

क्वालिटी भी अब ‘रोलर कोस्टर’ नहीं बासी रोटी की वो डरावनी दास्तानें अब इतिहास लगती हैं। बेस किचन में भी अपग्रेड आ चुका है, फिर भी कभी-कभी नई ट्रेन में ‘किचन का अजूबा’ देखने को मिल ही जाता है।

FAQs

2025 में ट्रेनों में खाना कैसे ऑर्डर करें?

देखो यार, अब ट्रेन में “क्या मिलेगा” वाला जमाना गया। IRCTC का Food-on-Track ऐप या वेबसाइट खोलो, वहाँ अपना PNR नंबर डालो, मेन्यू स्क्रॉल करो (और हां, मेन्यू में अब इतना कुछ है कि भूख से ज्यादा कन्फ्यूजन हो जाएगा)।

जो दिल करे नॉर्थ का बटर चिकन हो या साउथ का नारियल करी ऑर्डर मारो। पेमेंट? UPI, कार्ड, या चाहो तो डिलीवरी पर कैश, सब चलता है।

और फिर सीट पर बैठो, थोड़ी देर में गरमा-गरम प्लेट लेकर कोई आ जाएगा बिल्कुल घर जैसा फील नहीं, पर स्टेशन के आलू-पराठे से तो कहीं बेहतर!

क्या अब ट्रेनों में खाने-पीने की कीमतें तय हो गई हैं?

अब IRCTC ने ये “फिक्स रेट” वाला फंडा सेट कर दिया है। हर कोच में प्रिंटेड मेन्यू टांग दिया है, ऊपर से ऐप पर भी MRP (GST समेत) साफ-साफ लिखा है। मोलभाव, चुपके से एक्स्ट्रा चार्ज सब खत्म। जो लिखा है, वही देना है।

Vendor अगर ज्यादा मांगे तो उसे “भैया, MRP देख लो” बोलना मत भूलना। ट्रैवलर पावर, भाई!

2025 में IRCTC की खाद्य गुणवत्ता में क्या नया होगा?

अब सिर्फ “रोटी-सब्ज़ी” नहीं, फील्ड में है
पैकेज्ड फूड पर QR कोड स्कैन करो, पता चल जाएगा ताजगी में दम है या सिर्फ पैकिंग में।

किचन में CCTV और FSSAI सर्टिफाइड सामान मतलब, अब कोई ‘अंधेरे में कुछ पक रहा था’ वाली डरावनी कहानी नहीं!

शिकायत करनी हो? मोबाइल निकालो, डिजिटल फीडबैक सिस्टम से सीधे भेज दो। और हां, फीडबैक देने वालों को कभी-कभी कूपन भी मिलता है किस्मत अच्छी हो तो!

क्या मुझे रेलगाड़ियों में क्षेत्रीय भोजन मिल सकता है?

अरे, अब सिर्फ पनीर टिक्का या इडली नहीं, रूट के हिसाब से खाना मिलता है।
उत्तर में पराठा, बटर चिकन, राजमा-चावल
दक्षिण में डोसा, सांभर, नारियल करी
ईस्ट-वेस्ट बंगाली फिश करी, या गुजराती थाली

ट्रेन जैसे-जैसे आगे बढ़ेगी, प्लेट में भी नया फ्लेवर आएगा। ट्रैवलिंग में फूड टूरिज्म ट्रेन में ही!

विशेष आहार (जैन, मधुमेह, आदि) को कैसे संभालें?

बिल्कुल मिलेगा! बस थोड़ा advance में सोचना पड़ेगा। 24 घंटे पहले IRCTC ऐप से प्री-बुकिंग कर दो

जैन खाना (प्याज, लहसुन फ्री), डायबिटिक फ्रेंडली ऑप्शन ग्लूटेन फ्री हां, थोड़ा ज्यादा रिक्वेस्ट करनी पड़ी तो मैनेज हो जाएगा यानी ट्रेन में भी “No excuses for healthy eating” वाला माहौल।

अगर मुझे बासी खाना मिले तो क्या होगा?

सबसे पहले कोच अटेंडेंट को आवाज़ दो, अगर वो गायब है तो पैकेट पर QR कोड स्कैन करके शिकायत करो। IRCTC का Rail Madad ऐप भी है बस क्लिक करो, फीडबैक दो, पैसे वापस भी मिल सकते हैं। और हां, अगर बासी खाने से तबीयत बिगड़ी, तो सोशल मीडिया पर पोस्ट करना मत भूलना IRCTC को तुरंत हरकत में आना पड़ता है!

क्या प्रीमियम ट्रेनों (वंदे भारत, राजधानी) का खाना कीमत के लायक है?

मिलीजुली राय है, भाई!

फायदा: प्रजेंटेशन अच्छी, ब्रांडेड पैकिंग, थोड़ा classy फील
नुकसान: कई बार दाम देखकर आंखें फटी रह जाती हैं साधारण थाली के लिए ₹250!

कुछ लोगों को लगता है “पैसा वसूल”, बाकी कहते हैं “घर का खाना याद आ गया”।

क्या मैं अपना भोजन ऑर्डर रद्द या बदल सकता हूँ?

अगर खाना अभी तक डिलीवर नहीं हुआ, तो ऐप खोलो, कैंसल ऑप्शन दबाओ हो गया! डिजिटल पेमेंट किया है तो रिफंड भी फटाफट। कभी-कभी सर्वर लेट हो तो थोड़ा सब्र रखो, पैसा वापस आ ही जाएगा।

स्लीपर क्लास में बजट भोजन विकल्प क्या हैं?

प्लेटफॉर्म स्टॉल: समोसा, चाय—₹20-50 में पेट भर जाएगा
IRCTC थाली: दाल-चावल या रोटी—₹100-150
ई-कैटरिंग: लोकल ढाबे का खाना, ₹80 से शुरू, स्वाद में भी दम मोटा-मोटी, बजट फूड के लिए प्लेटफॉर्म के स्टॉल्स भी बुरे नहीं बस साफ-सफाई का ध्यान रखना!

रेलगाड़ियों में खाद्य घोटाले से कैसे बचें?

मेन्यू पर MRP देखना मत भूलना, एक्स्ट्रा देने की कोई जरूरत नहीं
कैश की जगह UPI या ऐप पेमेंट करो ट्रैकिंग आसान खुला खाना दिखे तो थोड़ा बच के रहना, सीलबंद पैक ही लेना

और अगर कोई झोल हो जाए, तो शिकायत करने में शर्म मत करो आजकल सोशल मीडिया पर एक ट्वीट से भी हलचल हो जाती है!

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