Exploring Geoffrey Hinton’s Net Worth: The Financial Legacy of the ‘Godfather of AI’
Introduction
ओके, तो Geoffrey Hinton’s की नेट वर्थ पर बात करनी हो, तो सीधी-सादी रिपोर्टिंग छोड़ो, थोड़ा रंगीन अंदाज में समझते हैं। ये बंदा कोई मामूली प्रोफेसर नहीं, AI का यारो असली “गॉडफादर” है मतलब, अगर आज चैटबॉट्स और स्मार्टफोन में दिमाग है, तो उसके पीछे कहीं न कहीं हिंटन का जादू है। पर मजेदार बात ये है कि जितना बड़ा नाम, उतना ही मिस्ट्री उसके बैंक अकाउंट के नंबरों में।

अब देखो, इंटरनेट पर जितनी साइट्स हैं, उतने ही हिंटन की नेट वर्थ के आंकड़े। कोई बोले $5 मिलियन, कोई बोले $80 मिलियन भाई, ये तो IPL की ऑक्शन से भी ज्यादा रेंज हो गई! UpgradeU, Networths.io जैसी कुछ साइट्स तो $50 मिलियन पर ठहर जाती हैं। वजह? DNNresearch की गूगल को बिक्री, यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर की नौकरी, गूगल में समय-समय पर सलाह, और रिसर्च ग्रांट्स सब जोड़कर। लेकिन वहीं, NetWorthList और WCNetWorth जैसे कंजूस काउंटर्स को लगता है हिंटन की कुल संपत्ति सिर्फ $5-10 मिलियन होगी। और RichestBoxer.com? वो तो जैसे नंबर लॉटरी घुमा रहे हों सीधा $80 मिलियन बोल दिया!
असल में, इतनी कन्फ्यूजन क्यों है? एक तो हिंटन बंदा पर्सनल फाइनेंस को लेकर बहुत प्राइवेट है। न कोई flashy कार, न यॉट, न इंस्टा पर लाइफस्टाइल फ्लेक्सिंग। उसके पास असली दौलत है दिमाग और रिसर्च का खजाना। दूसरा, ये जो ऑनलाइन वेबसाइट्स हैं, इनका खुद का मैथ्स है: कोई सिर्फ नौकरी का वेतन गिनता है, कोई पुरानी कमाई और स्टार्टअप्स की इक्विटी भी जोड़ देता है। कई बार, किसी रिसर्चर की ग्रांट्स या स्टॉक्स की वैल्यू टाइम के साथ बदलती रहती है तो अनुमान का खेल और लंबा हो जाता है।
Variation in Net Worth Estimates
मगर, एक बात जो सच में हिंटन को खास बनाती है वो है उसकी सोच। टेक्नोलॉजी की दुनिया में जहां हर कोई अपनी खोज पर पेटेंट ठोकता है, ताकि पैसे का पाइपलाइन चालू रहे, वहीं हिंटन ने बैकप्रोपेगेशन जैसी गेमचेंजर चीज़ का पेटेंट नहीं कराया। सोचो, अगर बंदा थोड़ा लालची होता तो हर AI स्टार्टअप, हर स्मार्ट डिवाइस उसकी जेब में royalty भर रहा होता। मगर नहीं हिंटन को फंडा है, “ज्ञान जितना खुलेगा, उतनी दुनिया आगे बढ़ेगी।” उसकी असली कमाई है दुनियाभर के स्टूडेंट्स, रिसर्चर और कंपनियां उसके काम का फायदा उठा रही हैं, फ्री में।
अब मान लो, अगर ये बंदा मसक, जैफ बेजोस, या सैम ऑल्टमैन की तरह हर खोज की बोली लगाता, तो आज लंदन की सड़कों पर उसकी सवारी ही अलग होती। लेकिन हिंटन को न flashy लाइफ चाहिए, न खबरों में सुर्खियां उसे बस साइंस से प्यार है। और क्या पता, उसके इस एप्रोच ने ही उसे बाकी टेक टाइकून्स से ज्यादा रिस्पेक्ट दिला दी हो।
Evaluating the Most Reasonable Estimate
खैर, अगर सब आंकड़े मिलाकर देखूं, तो $30 से $60 मिलियन का दायरा सबसे ज्यादा सेंस बनाता है और $50 मिलियन का आंकड़ा गोल्डन मिडिल की तरह फिट बैठता है। इसमें DNNresearch की बिक्री, गूगल और यूनिवर्सिटी की सैलरी, ग्रांट्स, कंसल्टिंग सब कुछ आ जाता है। लेकिन फिर भी, ये पैसा उन सिलिकॉन वैली के टॉप शार्क्स के सामने कुछ खास नहीं, जिन्होंने AI का नाम सुनते ही अरबों कमाए।
Conclusion
पर सच कहूं, हिंटन की असली विरासत उसकी नेट वर्थ नहीं है। उसकी असली ताकत ये है कि वो AI की दुनिया को खोल गया खुला ज्ञान, सबको बराबर का मौका, और पेटेंट्स के बगैर इनोवेशन का रास्ता। पैसे तो आते-जाते रहते हैं, मगर ऐसा नाम और ये लेगेसी भाई, वो तो सच में “गॉडफादर स्टाइल” है।
तो अगली बार जब कोई पूछे, “Geoffrey Hinton” की नेट वर्थ क्या है?” तो सीधा जवाब दो “हां, 50 मिलियन डॉलर के आस-पास मान लो, लेकिन असली दौलत? पूरी AI इंडस्ट्री उसकी उधारी में चल रही है!”